Saazish
Lyrics
टूटा एक तारा गुम गया है बादलों के पीछे जाने की हो जैसे उसे जल्दी तुम भी कुछ माँग लो, जो है मन में तुम्हारे जानाँ, हो ना जाए कहीं तुम्हें देरी टूटा एक तारा गुम गया है बादलों के पीछे जाने की हो जैसे उसे जल्दी तुम भी कुछ माँग लो, जो है मन में तुम्हारे जानाँ, हो ना जाए कहीं तुम्हें देरी शायद ऐसा मौक़ा मिले, ना मिले फिर, रह जाए अधूरी ख़्वाहिश हो, क्या पता हो ये भी सितारों की हमको मिलाने की कोई साज़िश ♪ तू साथ अगर है तो काग़ज़ की कश्ती तैर जाएगी तू नहीं तो ये कहानी ताश के पत्तों सी बिखर जाएगी बज़्म में बीती जो रातें, अगले ही पल में बदल जाएँगी रात के अँधेरे सन्नाटों में चुपके से कानों में लोरी की तरह तेरी हर कहानी पे, नई या पुरानी पे, भरूँ हाँ में हाँ मद्धम-मद्धम उतरता चंदा दे गया सहर शायद ऐसा मौक़ा मिले, ना मिले फिर, रह जाए अधूरी ख़्वाहिश ओ, क्या पता हो ये भी सितारों की हमको मिलाने की कोई साज़िश देखो ये कैसी रुत है, हम दोनों ही चुप हैं किसे था पता ले आएँगे यहाँ ये रस्ते सभी फिर कभी तुमसे लेंगे वादा, कर दोगी ना? किसे था पता ले आएँगे यहाँ ये रस्ते सभी देखो ये कैसी रुत है, हम दोनों ही चुप हैं किसे था पता ले आएँगे यहाँ ये रस्ते सभी फिर कभी तुमसे लेंगे वादा, कर दोगी ना? किसे था पता ले आएँगे यहाँ ये रस्ते सभी
Audio Features
Song Details
- Duration
- 04:40
- Key
- 5
- Tempo
- 80 BPM