Mehki Hawa

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Lyrics

ऐ महकी हवा, मुझे ले जा वहाँ
 मिले ज़मीं से जहाँ झुक-झुक आसमाँ
 जहाँ आँखों में हो एक प्यारा समाँ
 जहाँ वादियों से उठे रुक-रुक के धुआँ
 दूर शहर से है कहीं वो जगह
 झरनों का है शोर जहाँ दबा-दबा
 जहाँ बोलती होंगी वो ख़ामोशियाँ
 पर्बतों पे हों जहाँ बदलियाँ
 मैं वहाँ हूँ, हों तन्हाइयाँ
 मेरे दिल को ना खाएँ वहाँ
 कभी कोई फ़िक्रे जहाँ
 ऐ महकी हवा, मुझे ले जा वहाँ
 मिले ज़मीं से जहाँ झुक-झुक आसमाँ
 जहाँ आँखों में हो एक प्यारा समाँ
 जहाँ वादियों से उठे रुक-रुक के धुआँ
 ♪
 पेड़ों की छाँव हो जहाँ पे घनी-घनी
 सूरज की किरणें हों जहाँ छनी-छनी
 ख़ुशबू हो शाम की जहाँ पे भीनी-भीनी
 मिले जहाँ पे चाँद से वो चाँदनी
 मैं वहाँ हूँ, हों तन्हाइयाँ
 मेरे दिल को ना खाएँ वहाँ
 कभी कोई फ़िक्रे जहाँ
 ऐ महकी हवा, मुझे ले जा वहाँ
 मिले ज़मीं से जहाँ झुक-झुक आसमाँ
 जहाँ आँखों में हो एक प्यारा समाँ
 जहाँ वादियों से उठे रुक-रुक के धुआँ
 ♪
 ऐ महकी हवा
 मुझे ले जा वहाँ
 मुझे ले जा वहाँ
 मुझे ले जा वहाँ
 

Audio Features

Song Details

Duration
04:42
Key
2
Tempo
124 BPM

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