Swapn Sunehere

Lyrics

स्वप्न सुनहरे, घाव गहरे
 हर धारा में लेके चली जीव नदी
 पर्वत रोके, चीरे घाटी
 धार समय की रुक ना पाती
 कल-कल ये, अविरल ये
 बहती जाती प्राण नदी, जीव नदी
 

Audio Features

Song Details

Duration
01:40
Key
2
Tempo
82 BPM

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