Pinjra

Lyrics

मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 हाय, मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 पहले की तरह मैं ज़िंदा नहीं हूँ
 मैं उसके पिंजरे में कभी क़ैद हुआ था
 मैं उसके पिंजरे में कभी क़ैद हुआ था
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 पहले की तरह मैं ज़िंदा नहीं हूँ
 ♪
 ਹਾਂ, ਖੁੱਲ੍ਹੀਆਂ-ਖੁੱਲ੍ਹੀਆਂ ਹਵਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਵੀ ਦਮ ਨਾ ਨਿਕਲੇ ਮੇਰਾ
 ਐਨੇ ਗ਼ਮ ਮੇਰੇ ਅੰਦਰ ਨੇ, ਕੋਈ ਗ਼ਮ ਨਾ ਨਿਕਲੇ ਮੇਰਾ
 ਹੋ, ਅੱਖਾਂ ਮੇਰੀਆਂ ਖੋਲ੍ਹ ਗਏ ਨੇ, ਫ਼ਿਰ ਵੀ ਦਿਸੇ ਹਨੇਰਾ
 ਹੋ, ਮੈਨੂੰ ਕੰਡਿਆਂ ਵਰਗਾ ਲਗਦਾ ਐ ਉਹਦਾ ਫ਼ੁੱਲਾਂ ਜਿਹਾ ਬਨੇਰਾ
 ਉਹਦਾ ਫ਼ੁੱਲਾਂ ਜਿਹਾ ਬਨੇਰਾ
 मैं उसके पिंजरे में कभी क़ैद हुआ था
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 हाय, मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 ♪
 ਨਾ ਉਹਨੂੰ ਲਗੇਂ ਦੁਆਵਾਂ, ਮੈਂ ਤਾਂ ਹੁਣ ਬਸ ਇਹੀ ਚਾਹਵਾਂ
 ਹਰ ਦਿਨ ਨਿਕਲੇ ਤੜਪ-ਤੜਪ ਕੇ, ਉਹਨੂੰ ਐਸੀਆਂ ਮਿਲੇਂ ਸਜ਼ਾਵਾਂ
 मोहब्बत को कभी ना गले लगाना, मैं दूँ सलाह जहान को
 ਇਸ਼ਕ ਦੇ ਵਿੱਚ ਕੀ ਹਾਲ ਹੁੰਦਾ
 ओ, बस देख लेना Farmaan को (देख लेना Farmaan को)
 मैं उसके पिंजरे में कभी क़ैद हुआ था
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 मर चुका हूँ मैं, दफ़्ना दो मुझे
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 पहले जैसा उड़ता परिंदा नहीं हूँ
 

Audio Features

Song Details

Duration
02:17
Key
1
Tempo
85 BPM

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