Shayad Main Zindagi Ki Sahar
Lyrics
शायद मैं ज़िंदगी की सहर लेके आ गया ♪ शायद मैं ज़िंदगी की सहर लेके आ गया क़ातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया शायद मैं ज़िंदगी की सहर लेके आ गया ♪ ता-उम्र ढूँढता रहा मंज़िल मैं इश्क़ की ♪ ता-उम्र ढूँढता रहा मंज़िल मैं इश्क़ की अंजाम ये के गर्द-ए-सफ़र लेके आ गया अंजाम ये के गर्द-ए-सफ़र लेके आ गया क़ातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया ♪ नश्तर है मेरे हाथ में, कांधों पे मैक़दा ♪ नश्तर है मेरे हाथ में, कांधों पे मैक़दा लो मैं इलाज-ए-दर्द-ए-जिगर लेके आ गया लो मैं इलाज-ए-दर्द-ए-जिगर लेके आ गया क़ातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया ♪ फ़ाकिर सनमकदे में न आता मैं लौटकर ♪ 'फ़ाकिर' सनमकदे में न आता मैं लौटकर इक ज़ख़्म भर गया था इधर लेके आ गया इक ज़ख़्म भर गया था इधर लेके आ गया शायद मैं ज़िंदगी की सहर लेके आ गया क़ातिल को आज अपने ही घर लेके आ गया
Audio Features
Song Details
- Duration
- 06:51
- Key
- 5
- Tempo
- 93 BPM