Subhanallah
Lyrics
एक दिन कभी जो खुद को तराशे मेरी नज़र से तू ज़रा, हाए रे आँखों से तेरी क्या-क्या छुपा है तुझको दिखाऊँ मैं ज़रा, हाए रे एक अनकही सी दास्ताँ-दास्ताँ, कहने लगेगा आईना सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ ♪ मेरी खामोशी से बातें चुन लेना उनकी डोरी से तारीफें बुन लेना हाँ, मेरी खामोशी से बातें चुन लेना उनकी डोरी से तारीफें बुन लेना कल नहीं थी जो, आज लगती हूँ तारीफ मेरी है खामखां तोहफा है तेरा, मेरी अदा एक दिन कभी जो खुद को पुकारे मेरी जुबां से तू ज़रा, हाए रे तुझमें छुपी सी जो शायरी है तुझको सुनाऊँ मैं ज़रा, हाए रे ये दो दिलों का वास्ता-वास्ता खुल के बताया जाए ना सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ सुभानल्लाह जो हो रहा है पहली दफ़ा है वल्लाह ऐसा हुआ
Audio Features
Song Details
- Duration
- 04:09
- Key
- 9
- Tempo
- 89 BPM