Kya Pata

Lyrics

मैं जब भी रोता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे मुझे वो मनाता था
 अब कोई भी ना मनाता है
 खुद को जब मैं खोता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे मुझे वो समझाता था
 अब कोई भी ना समझाता है
 क्या वो भी मुझे याद करता है?
 क्या वो भी अकेले में डरता है?
 क्या वो भी हर दिन थोड़ा मरता है?
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 मैं जब भी नई राह चुनता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 मैं जब भी नए ख्वाब बुनता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे वो साथ निभाता था
 अब कोई भी ना निभाता है
 जैसे वो साथ में चलता था
 अब कोई भी ना चल पाता है
 क्या वो भी मुझे याद करता है?
 क्या वो भी अकेले में डरता है?
 क्या वो भी हर दिन थोड़ा मरता है?
 
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 
 मैं जब भी रोता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे मुझे वो मनाता था
 अब कोई भी ना मनाता है
 खुद को जब मैं खोता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे मुझे वो समझाता था
 अब कोई भी ना समझाता है
 क्या वो भी मुझे याद करता है?
 क्या वो भी अकेले में डरता है?
 क्या वो भी हर दिन थोड़ा मरता है?
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 मैं जब भी नई राह चुनता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 मैं जब भी नए ख्वाब बुनता हूँ
 मुझे वो बहुत यात आता है
 जैसे वो साथ निभाता था
 अब कोई भी ना निभाता है
 जैसे वो साथ में चलता था
 अब कोई भी ना चल पाता है
 क्या वो भी मुझे याद करता है?
 क्या वो भी अकेले में डरता है?
 क्या वो भी हर दिन थोड़ा मरता है?
 
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 ♪
 क्या पता!
 

Audio Features

Song Details

Duration
03:27
Key
7
Tempo
132 BPM

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